अगर आप किसी कार्य की सिद्धि के लिए जाते समय घर से निकलने से पूर्व ही अपने हाथ में रोटी ले लें। मार्ग में जहां भी कौए दिखलाई दें, वहां उस रोटी के टुकड़े कर के डाल दें और आगे बढ़ जाएं। इससे सफलता प्राप्ती के योग बनते है।
उपायों का क्रम आज से नहीं सदियों से चला आ रहा हैं जिसे अपना कर हमारे पुर्वजो ने राजा महाराजाओं को धन दौलत पुत्र स्त्री जमीन आदि प्राप्त कराये हैं। हमे प्राप्त मेलो के जन्म लग्ग्ल चक्र के आधार पर ज्योतिष पुस्तको एवं विद्धवानो के अनुभव के आधार पर जनकल्याण के उद्धेश्य से देना प्रारम्भ कर रहें हैं कुछ नामो में परिर्वतन किया गया हैं उन्हे मेल के माध्यम से परिवर्तित नाम से अवगत कराया गया हैं जो अपने प्रश्नो के उत्तर अपने तक हि रखना चाहते हैं वह मेल पर स्पष्टरूप से अवगत कराये
गुरुवार, 2 फ़रवरी 2012
सोमवार, 30 जनवरी 2012
स्वयं का मकान नही बन पा रहा हो
लाख प्रयत्न करने पर भी स्वयं का मकान नही बन पा रहा हो, तो आप इस टोटके को अवश्य अपनाएं।
प्रत्येक शुक्रवार को नियम से किसी भूखे को भोजन कराएं और रविवार के दिन गाय को गुड़ खिलाएं। ऐसा नियमित प्रति दिन करने से अपनी अचल सम्पति बनेगी या पैतृक सम्पति प्राप्त होगी। अगर सम्भव हो तो प्रात:काल स्नान-ध्यान के पश्चात् निम्न मंत्र का जाप करें।
“ॐ पद्मावती पद्म कुशी वज्रवज्रांपुशी प्रतिब भवंति भवंति।।´´
यह मंत्र जाप आपको सफलता अवश्य दिलायेगा।
सुख शांति और संतुष्टि की प्राप्ति होगी
रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र हो, तब गूलर के वृक्ष की जड़ प्राप्त कर के घर लाएं। इसे धूप, दीप करके धन स्थान पर रख दें। यदि इसे धारण करना चाहें तो स्वर्ण ताबीज में भर कर धारण कर लें।
जब तक यह ताबीज आपके पास रहेगी, तब तक कोई कमी नहीं आयेगी। घर में संतान सुख उत्तम रहेगा। यश की प्राप्ति होती रहेगी। धन संपदा भरपूर होंगे। सुख शांति और संतुष्टि की प्राप्ति होगी।
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